गांव ईश्रवाल व आसपास के करीब एक दर्जन गांवों की छात्राओं के लिए प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षा के क्षेत्र की बहुत ही अच्छी खबर है। यहां की छात्राओं को अब जल्द ही दूर-दराज क्षेत्र में उच्च शिक्षा ग्रहण करने नहीं जाना पड़ेगा। क्षेत्र में ही छात्राओं को शिक्षा देने के लिए सीएम मनोहर लाल ने ईश्रवाल में राजकीय महिला कॉलेज बनाने की मंजूरी दे दी है। कृषि मंत्री के पीए रामकिशन मल्होत्रा व मीडिया एडवाइजर रणसिंह गाढ़ा ने इसकी पुष्टि की है। सीएम की इस सौगात से क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल है।
प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने क्षेत्रवासियों को बडी सौगात देते हुए ईश्रवाल में राजकीय महिला कॉलेज बनाए जाने की मंजूरी दे दी है। ईश्रवाल में महिला कॉलेज बनने से आसपास के दो दर्जन के करीब गांवों की छात्राओं को फायदा होगा। उल्लेखनीय होगा कि सात मार्च को कैरू की प्रगति रैली में क्षेत्र के लोगों ने गांव ईश्रवाल में कॉलेज बनाए जाने की मांग की थी। क्षेत्रवासियों ने मांग के माध्यम से बताया था कि ईश्रवाल में कॉलेज बनाए जाने से आसपास के गांवों को फायदा होगा। कृषि मंत्री ने बताया कि गांव ईश्रवाल के साथ आसपास के गांवों में उच्च शिक्षा के लिए कोई सरकारी संस्थान नहीं हैं। ऐसे में छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा करने के लिए तोशाम, बहल, सिवानी, लोहारू, भिवानी या हिसार जाना पड़ता है। ऐसे में कई परिवार ऐसे हैं जो बजट न होने के कारण अपनी बेटियों को दूर-दराज क्षेत्र में शिक्षा नहीं दिला सकते हैं। इसके कारण छात्राओं को पढ़ाई छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है। इसे देखते हुए गांव में ही लड़कियों के लिए उच्च शिक्षा दिलाने के लिए ग्रामीणों की ओर से गांव ईश्रवाल में सरकारी कन्या कॉलेज बनाने की मांग कैरू की प्रगति रैली में की गई थी। उस समय मुख्यमंत्री ने इसके लिए ग्रामीणों को उचित समाधान करने का आश्वासन दिया था।
कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने मांग को पूरा करते हुए तोशाम हलके को एक बड़ी सौगात देने का काम किया है। कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश की सरकार सीएम मनोहरलाल के नेतृत्व में शिक्षा क्षेत्र में काफी कदम उठा रही है। सरकार शिक्षा को बढावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।